- अग्निपथ by हरिवंशराय बच्चन
- आओ फिर से दिया जलाएं
- लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती
- कोशिश कर हल निकलेगा
- हार को तू मान न जीत को तू ठान ले
- कितनी प्यारी कितनी अच्छी माँ तू है कितनी सच्ची
- मधुशाला
- मैं बादल हूँ, मुझे बड़ा अभिमान है
- पेड़ो की ये शान तो देखो
- अनुशासित चींटी
- होली है आई
- काबिलियत नाव में नहीं, माझी में होती है
- खुशियों की तलाश